छठ पूजा, सूर्य देव और छठी मैया की आराधना का एक प्रमुख हिंदू त्योहार है।
यह पर्व कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी से सप्तमी तिथि तक चार दिनों तक मनाया जाता है।
एक कथा के अनुसार, राजा परियावंद की कोई संतान नहीं थी। उन्होंने महर्षि कश्यप से इस बारे में चर्चा की।
महर्षि कश्यप ने उन्हें पुत्र प्राप्ति के लिए छठ व्रत करने की सलाह दी। राजा परियावंद ने छठ व्रत किया और उन्हें पुत्र की प्राप्ति हुई।
एक अन्य कथा के अनुसार, जब पांडव सारा राजपाठ जुए में हार गए, तब द्रौपदी ने छठ व्रत रखा था। इस व्रत से उनकी मनोकामना पूरी हुई और पांडवों को सब कुछ वापस मिल गया।
छठ पूजा एक बहुत ही कठिन व्रत है, लेकिन इस व्रत को करने से जो फल मिलता है, वह अद्वितीय है। छठ पूजा करने से सुख-समृद्धि, संतान और जीवन की कामना पूरी होती है।